वीतराग स्वामी जी श्री रामजन्न जी महाराज

वीतराग स्वामी जी श्री रामजन्न जी महाराज श्री रामजन्न जी महाराज का जन्म स. 1801 में सरस्या ग्राम के एक माहेष्वरी लड्डा परिवार में हुआ। सं. 1824 में आपने भीलवाडा में वैराग्य धारण किया। आपको वाणी में ऐसा संकेत मिलता हैः- मुलक जहां मेवाड है, पुर भीलवाडो जान। रामचरण प्रगट भये, पूरण ब्रह्मा प्रमाण।।                                     … Continue reading वीतराग स्वामी जी श्री रामजन्न जी महाराज